ली गार्डन परिवार के सभी भक्तो को नमस्कार !
ईश्वरीय कृपा से लम्बे अंतराल के इंतज़ार के बाद अपने सोसाइटी में मंदिर निर्माण का स्वपन्न पूरा हुआ है। इस पुण्य कार्य में सभी निवासियों का तन मन धन से भरपूर सहयोग रहा है। इसके लिए मंदिर समिति के सभी सदस्य ह्रदय से सभी का धन्यवाद करते है और आशा करते है कि आगे भी हम सभी मिलकर इसी प्रकार मंदिर से जुड़े पूजा पाठ और रख रखाव के कार्य में अपना पूरा सहयोग बनाये रखेंगे।
मंदिर से जुड़े सभी कार्यक्रमों और प्रत्येक माह के हिसाब किताब की जानकारी समय समय पर सभी निवासियों तक पारदर्शिता के साथ पहुंच सके, इस उद्देश्य से इस वेबसाइट का निर्माण किया गया है। जिसमे निम्न विषयो को समाहित किया गया है।
उपरोक्त सभी जानकारियां समय समय पर अपडेट की जाएँगी, जिससे सभी निवासीगण को मंदिर से जुड़े सभी सूचनाएं और जानकारी एक ही स्थान पर प्राप्त हो सके। इस प्रयास में हम भविष्य में आगे और भी सुधार कर सके इस हेतु हमें आपके सुझाव और सहयोग आवश्यक होंगे।
सभी का ह्रदय से धन्यवाद
मंदिर समिति
आवश्यक सूचनाएं
मंदिर की व्यवस्था हेतु आप सभी का सहयोग वांछनीय है।
ट्रस्ट समबन्धित कुछ प्रश्न निवासीयो द्वारा पूछे गए थे, जिसका उत्तर इस FAQ के माध्यम से देने का प्रयास किया गया है। हमें आशा है हमारे इस प्रयास द्वारा सभी निवासीगण को ट्रस्ट और मंदिर की व्यवस्था हेतु सभी जानकारी प्राप्त करने में सुविधा होगी।
This is Summary report of account statement for Mandir fund. (Note: Detail information of above account is being published separately for every month.)
भक्तिरस से भरे हुए हज़ारो की संख्या में ली गार्डन के निवासी, लम्बे इंतज़ार के बाद अपने सोसाइटी भगवान् के आगमन का स्वागत करते हुए,
We encourage all residents to watch this video, which will provide you with comprehensive information and insights.
ट्रस्ट समबन्धित कुछ प्रश्न निवासीयो द्वारा पूछे गए थे, जिसका उत्तर इस FAQ के माध्यम से देने का प्रयास किया गया है। हमें आशा है हमारे इस प्रयास द्वारा सभी निवासीगण को ट्रस्ट और मंदिर की व्यवस्था हेतु सभी जानकारी प्राप्त करने में सुविधा होगी।
मंदिर स्थापना के पहले चरण में श्री संकटमोचन हनुमान जी, श्री गणपति जी, श्री राधा कृष्ण जी की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण का कार्य 14 जनवरी 2023 से 9 फ़रवरी 2023 के बीच पूरा किया गया।
रुद्राष्टाध्यायी के अनुसार शिव ही रूद्र हैं और रुद्र ही शिव है। "रुद्र" शब्द भगवान शिव के भयंकर रूप को दर्शाता है, जबकि "अभिषेक" का अर्थ है जल, पवित्र जल, दूध, शहद और अन्य प्रसाद से अभिषेक करना. वैदिक मंत्रों का पाठ करके भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है.
भक्तिरस से भरे हुए हज़ारो की संख्या में ली गार्डन के निवासी, लम्बे इंतज़ार के बाद अपने सोसाइटी भगवान् के आगमन का स्वागत करते हुए,
रुद्राष्टाध्यायी के अनुसार शिव ही रूद्र हैं और रुद्र ही शिव है। "रुद्र" शब्द भगवान शिव के भयंकर रूप को दर्शाता है, जबकि "अभिषेक" का अर्थ है जल, पवित्र जल, दूध, शहद और अन्य प्रसाद से अभिषेक करना. वैदिक मंत्रों का पाठ करके भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाता है.