1. ट्रस्ट में ट्रस्टी मेंबर्स कौन है और वो कितने समय के लिए रहेंगे ?
ये सभी प्रक्रिया ट्रस्ट डीड के पॉइंट नंबर 6. VI में लिखी गयी है। प्रत्येक 10 टावर्स से 2 सदस्य मंदिर समिति के लिए चुन कर आये है, वर्तमान में ये सभी 20 सदस्य ट्रस्टी है। जब ट्रस्ट को रजिस्टर्ड करवाया गया तो रजिस्टर्ड डीड में प्रत्येक टॉवर से एक सदस्य का नाम लिखा गया है ऐसे 10 सदस्यों का नाम ट्रस्ट डीड में लिखा गया है, फिर इन बाकी सदस्यों ने रेजॉलूशन पास करके बाकी 10 सदस्यों को ट्रस्टी बनाकर जोड़ा है। वर्तमान ट्रस्टी सदस्यों का कार्यकाल 30 सितम्बर 2023 तक रहेगा।
2. ट्रस्टी मेंबर कैसे बदले जाएंगे ?
ट्रस्टी मेंबर्स बदलने की प्रक्रिया ट्रस्ट डीड के पॉइन्ट नंबर 6.II में लिखी गयी है। इसमें वर्तमान ट्रस्टी मेंबर्स द्वारा उनके कार्यकाल समाप्त होने के 30 दिनों पहले सभी टॉवर को नए सदस्य चुनने के लिए सुचना दी जाएगी। सभी टावर्स को इस सुचना के 15 दिनों के अंदर मंदिर समिति के लिए 2 सदस्यों का चयन करना होगा। चुने गए नए सदस्यों और पुराने सदस्यों की सम्मलित मीटिंग कार्यकाल समाप्त होने के 1 सप्ताह पहले बुलाई जाएगी , जिसमे पुरानी टीम मंदिर से जुड़े सभी हिसाब, लेखा-जोखा नई टीम को स्थांतरित करेगी। इस मीटिंग का डॉक्यूमेंट बनेगा और दोनों टीम इसपर हस्ताक्षर करेगी और इस प्रकार पुरानी टीम के कार्यकाल के बाद नई टीम अपना कार्यभार संभाल लेगी।
3. क्या नई टीम चुनने की प्रक्रिया में पुराने सदस्य फिर से चुने जा सकते है ?
ये पूर्णतः टॉवर से सभी निवासियों के विवेक पर निर्भर करता है कि वो अपने टावर से मंदिर समिति के लिए किसको भेजना चाहते है। पुराने सदस्य को भी दुबारा चुना जा सकता है।
4. पोस्ट क्या हैं और कौन ट्रस्टी मेंबर किस पोस्ट पर है
ट्रस्ट में आधिकारिक पोस्ट की जानकारी ट्रस्ट डीड के पॉइंट नंबर 11 में लिखा गया है। मंदिर समिति के कार्य सुचारु रूप से चल सके इसके लिए कूल 10 पोस्ट निर्धारित की गयी है और सबके काम बांटे गए है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक टावर से एक सदस्य किसी न किसी जिम्मेदारी पर अवश्य कार्य करें, जिससे सभी टॉवर की सहभागिता सुनिश्चित हो सके। वर्तमान में टीम की जिम्मेदारियां इस प्रकार है।
श्री अजय खरे - अध्यक्ष
श्रीमति अर्चना - जनरल सेक्रेक्टरी
श्री मनोज मिश्रा - जॉइन्ट सेक्रेक्टरी
श्री नितीश गुप्ता - ट्रैज़रर (कोषध्यक्ष)
श्री गोपाल श्रीवास्तव - एकाउंट्स मैनेजर
श्री जोगेंद्र यादव - संयोजक
श्रीमति प्राची - एग्जीक्यूटिव मेंबर
श्री नितिन सिंघल - एग्जीक्यूटिव मेंबर
श्री अंजन शर्मा - एग्जीक्यूटिव मेंबर
श्री प्रेम सिंह - एग्जीक्यूटिव मेंबर
श्री अनिल मित्तल - मैनेजिंग ट्रस्टी
अन्य सभी सदस्य जहाँ आवश्यक होगा वहां टीम में सहयोग करते रहेंगे।
नोट: ये सभी पोस्ट इंडियन ट्रस्ट एक्ट के अनुसार बैंक में अकाउंट खुलवाने से पूर्व तय करना जरुरी था इसलिए इन जिम्मेदारियां को तय किया गया है। मंदिर समिति के सभी 20 सदस्य समान रूप से मंदिर के प्रति समर्पित और जिम्मेदार है।
5. बैंक अकाउंट किस बैंक में खोला गया है और बैंक में सिग्नेटरी अथॉरिटी कौन है ?
ट्रस्ट का बैंक अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में खोला गया है। वर्तमान में इसमें श्री अनिल मित्तल, श्री अजय खरे, श्रीमती अर्चना और श्री नितीश गुप्ता ऑथराइज़्ड सिग्नेटरी है। मुख्य रूप से श्री अनिल मित्तल जी और श्री अजय खरे जी इस अकाउंट को मैनेज करते है और उनके अनुपस्थिति में और अति-आवशयक परिस्थिति में श्रीमती अर्चना या श्री नितीश गुप्ता बैंक को ऑपरेट करेंगे।
6. बैंक में सिग्नेट्री अथॉरिटी कैसे बदले जाएंगे?
नई टीम के बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टी मेंबर्स एक रेज़लुशन पास करके और उसकी कॉपी बैंक में जमा करके ऑथोराइज़्ड सिग्नेटरी बदल सकते है
7. ट्रस्ट के सेटलर कौन है और उनके क्या कर्तव्य रहेंगे?
ट्रस्ट डीड के पॉइंट नंबर 11.II में सेटलर के बारे में लिखा गया है। श्री अनिल कुमार मित्तल ट्रस्ट के सेटलर है जिनकी भूमिका सिर्फ ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन तक ही थी। ट्रस्ट के रजिस्ट्रेशन के बाद वो एक सामान्य मेंबर की तरह है जो बिना अन्य ट्रस्टी मेंबर्स के सहमति के कोई भी निर्णय स्वयं नहीं ले सकते है। किसी भी निर्णय को लेने के लिए बोर्ड और ट्रस्टी ही सर्वोच्च है।
8. मंदिर का मासिक खर्च अभी कितना है और वो कहाँ से आ रहा है?
वर्तमान में मंदिर का मासिक स्थायी खर्च लगभग 22 हज़ार है जिसमे 15 हज़ार पंडित जी, 3000 की माला और 4000 के प्रसाद और अन्य खर्च शामिल है। सोसाइटी के 10 टॉवर से मासिक रुपये 2200 का योगदान दिया जा रहा है इस योगदान से ही मंदिर का खर्च चल रहा है। दानपात्र या किसी अन्य माधयम से जो दान प्राप्त होता है उससे मंदिर में अन्य जरुरी निर्माण कार्य इत्यादि करवाने का प्रयास हो रहा है।